*विद्यालय की भूमि का आवंटन ना हो इसके लिए भू माफियाओं के द्वारा नित दिन किए जा रहे हैं षड्यंत्र*
mandsaur तहसील मलहरगढ़ गांव कनघट्टी में शिक्षा के मंदिर सरस्वती शिशु मंदिर की प्रस्तावित भूमि पर अतिक्रमण थमने का नाम नही ले रहा है।।उसी मामले में एक नया मामला तूल पकड़ता जा रहा है।। केसर बाई पति रामेश्वर प्रजापत ने तहसील के द्वारा नई आबादी में मांगलिक भवन के पीछे भूमि का पट्टा बनवाया और उसके बाद उस भूमि पर प्रधानमंत्री आवास भी बनवाया।। उक्त भूमि जोकि सर्वे क्रमांक 1585 /1 मैं आती है जिस भूमि पर इस व्यक्ति ने प्रधानमंत्री आवास बनाया वह इस सर्वे क्रमांक में चिन्हित नहीं है जबकि उस आवास का मुख्य द्वार पूर्व की ओर रखा गया है एवं आने जाने का रास्ता भी मांगलिक भवन के पीछे होकर मेन रोड पर आता है जबकि रामेश्वर प्रजापत के द्वारा आवास के पश्चिम की ओर सरस्वती शिशु मंदिर की प्रस्तावित भूमि पर अवैध अतिक्रमण किया जा रहा है जिसके विरुद्ध राजस्व विभाग के द्वारा पूर्व में भी आवास की गैलरी तुड़वाई गई थी।। और अब पुनः रातो रात उस भूमि पर शौचालय बनाकर अतिक्रमण किया जा रहा है जिसके विरुद्ध पटवारी साहब ने दण्डात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी थी। इस कारण कार्रवाई से डरकर स्वयं ने ही निर्माणाधीन शौचालय तोड़ दिया।। और अब नए षड्यंत्र के रूप में समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से ग्राम पंचायत सरपंच एवं सरपंच पुत्र के ऊपर रिश्वत के गंभीर आरोप लगाकर विद्यालय की भूमि पर कब्जा जमाना चाहता है।।पहले भी रामेश्वर प्रजापत के द्वारा सरपंच एवं सरपंच पुत्र पर रिश्वत के आरोप लगाकर झूठे गवाह बनाये जिनका खण्डन स्वयं गवाह ने ही किया और सरपंच पर लगाये गए आरोप झूठे पाये गये।। विद्यालय की उक्त भूमि के आसपास ईट भट्टा की भूमि भी है जोकि विद्यालय की प्रस्तावित भूमि से काफी दूर है केसरबाई पति रामेश्वर प्रजापत के अलावा भी ऐसे अतिक्रमण कारी लोग भी इस संस्था की भूमि पर नजरे जमाए बैठे हैं और अपना अधिकार एवं आधिपत्य जमाना चाहते हैं इस भूमि के लिए जिम्मेदार लोग मौन बैठे हैं वहीं अब प्रशासन से उम्मीद है की विद्यालय की प्रस्तावित भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाया जाए और झूठे षड्यंत्रकारी लोगों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करके दंड दिया जाना चाहिए।।