उमस से मिली राहत, झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिले

उमस से मिली राहत, झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिले
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नीमच(दिनेश शर्मा)।  शहर सहित अंचल में दोपहर 2बजे बाद हुई झमामझ बरसात से किसानों के चेहरे खिल गए। सुबह से दोपहर तक उमस और गर्मी से लोग परेशान होते रहे लेकिन अचानक हुई बरसात से मौसम को खुशनुमा बना दिया। वहीं मंडी में आने वाले कई किसानों की उपज भीग गई। मनासा में आधे घंटे की बारिश से सड़के तरबतर हो गई। 
जिले में प्री-मानसून की बारिश के बाद पिछले एक सप्ताह से गर्मी और उमस काफी बढ गई थी। सोमवार हुई झमाझम बरसात के बाद अब किसान बोवनी कार्य शुरु कर देंगे, हालांकि कई किसानों ने प्री-मानसून के बाद से बोवनी का काम शुरु कर दिया था लेकिन शेष रहे किसान भी बुवाई के काम में जुट  जाएगे।सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। नागरिकों को बारिश का बेसब्री से इंतजार था। सोमवार को यह इंतजार भी खत्म हुआ। सोमवार शाम करीब 6.30 बजे शहर में बारिश का क्रम शुरू हुआ, जो रुक-रुककर देर तक चलता रहा। इसके कारण शहर की सड़कें तरबतर हो गई। कई स्थानों पर गड्ढों में बारिश का पानी भी जमा हो गया।
कभी उमस भरी गर्मी तो कभी ठंडे मौसम से बिगड रहा सेहत का गणित
 वर्तमान समय मे मौसम मे चल रहे उतार चढ़ाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। कभी तेज धूप तो कभी अचानक आसमान मे बादल छा जाने व छुट-पुट बारिश का दौर शुरू हो जाने के बाद बदलते मौसम के मिजाज ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। इन दिनों का आलम यह है कि दिन भर मे मौषम कितनी बार करवट बदलेगा इसका किसी को अंदाजा नहीं रहता, झुलसा देने वाली कड़ी धूप के बाद अचानक आसमान मे बादल छा जाना पिछले करीब एक सप्ताह से आम बात हो गई है। मंगलवार को मौसम की बात करें तो शहर में सुबह आसमान में बाद छाए हुए थे, दोपहर होते-होते अचानक तेज धूप खिल गई, कुछ घंटों की धूप के बाद पुन: आसमान मे बादल छा गए। मौसम के बदले इस मिजाज से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। जानकारों का कहना है कि ऐसे मौसम में थोड़ी सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। विशेषकर बच्चों व बुजुर्गों के लिए मौषम का यह मिजाज खतरनाक साबित हो सकता है।
पिछले करीब एक सप्ताह से मौसम मे चल रहे उतार चढ़ाव से प्रतिदिन तापमान में गिरावट व बढ़ोत्तरी हो रही है। मौसम कभी बेहद गर्म हो जाता है तो कभी बारिश होने के बाद मौसम में ठंडक घुल जाती है, लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर मौसम का यह उतार चढ़ाव लोगों को मुसीबत मे भी डाल सकता है। क्योंकि तापमान का घटता-बढ़ता क्रम शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि गर्मी में शरीर से पसीना आना अच्छी बात है, पसीना आना बंद होना हीट स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है। हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए लोगों को धूप मे जाने से परहेज करना चाहिए, और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। 
प्रतिदिन तापमान में हो रहा बदलाव-
पिछले करीब एक सप्ताह से मौसम मे प्रतिदिन उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है। मौषम विभाग के आंकड़ो पर नजर दौड़ाएं तो बारिश के बाद तापमान में तो गिरावट आ गई है, लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है।   


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