*स्वच्छता के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए आदर्श शिक्षिका ने बाटे स्वच्छता के पर्चे।*
मंदसौर। देश के प्रधानमंत्री द्वारा चलाये गए स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर मंदसौर जिले की आदर्श शिक्षिका ओर हर कार्य मे अग्रणी रहकर समाजसेवा तथा शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग ही पहचान बनाने वाली शिक्षिका श्री मती ललिता सिसोदिया ने आज सोमवार को नाहरगढ़ अंचल के ग्रामीण क्षेत्रो में स्वच्छ भारत अभियान के स्लोगन लिखे पर्चे ओर ग्रामीणजनों ने स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक गावो का दौरा कर घर घर जाकर स्वच्छता के पर्चे वितरीत कियेऔर ग्रामीणों को स्वच्छता के लिए जागरूता की सलाह दी।
शिक्षिका श्रीमति सिसोदिया ने बताया कि कोरोना वायरस के बीच स्वच्छता को लेकर मन मे कुछ करने की जिज्ञासा हुई, फिर क्या था पर्चे छपावाये ओर स्वच्छता की ललक में ग्रामीण क्षेत्रों में निकली ओर घर घर जाकर स्वच्छता के पर्चे वितरित किये, वही ग्रामीणों को समझाइश भी दी,ओर कहा कि अपने आसपास स्वच्छ रखना है,गन्दगी नही होने देना है, ओर स्वच्छता पर विशेष ज़ोर देना है,कूड़ा कचरा इधर उधर नही डालते हुए कचरे को जलाना है।
वही कोरोना के तहत ग्रामीणजनों को समय समय पर अपने हाथ साबुन से धोने ओर मास्क लगाने ओर स्वच्छता को लेकर जानकारी दी,ओर कहा कि इस बीमारी के लिए स्वच्छता जरूरी है।
साथ ही उनके मन में एक और भाव उत्पन्न हुआ उन्होंने विचार किए कि कई दिनों से लॉकडाउन में फंसे लोगों को फल फ्रूट खाने को नहीं मिले इस कारण से क्यों ना उनके लिए फल फ्रूटस् की व्यवस्था कर उन्हें इस मौसम में आने वाली मौसमी फलों का भी आनंद दिलाया जाए उन्होंने केले तथा आम खरीद कर गरीबों को बांटने के लिए उनकी बस्ती में पहुंचे जब इंसान के भाव धर्म करने के होते हैं सेवा करने के होते हैं तब अचानक ही वह घटना घटती हैं जो कि उनके धर्म को और ऊंचा उठा देती है जैसे ही उन्होंने फुल बांटना प्रारंभ किया कुछ महिलाओं ने कहा कि आज निर्जला ग्यारस हैं तो आप दान कर रहे हैं यह सोच कर शिक्षिका ने कहा कि नहीं मैं तो हमेशा दान करने की प्रवृत्ति रखती हूं यह तो संयोग की बात है कि आज निर्जला ग्यारस है तो और भी अच्छा हुआ सोने पर सुहागा हो गया यही सच्चे भाव की आराधना है