राजस्व विभाग की चरनोई भूमि पर अतिक्रमण।
ग्रामीणों ने तहसीलदार
मुकेश सोनी को अतिक्रमण हटाने हेतु दिया ज्ञापन।
सीतामऊ(राजनगर) गावों में अतिक्रमण की बढ़ती हुई प्रवृत्ति के कारण शासकीय चरनोई भूमि असुरक्षति हो गई है
इससे एक ओर जहां चरनोई का रकबा घटता जा रहा है और पशुओं के चरने की समस्या उत्पन्न हो रही है। वहीं आवागमन में भी ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे आपसी सौहार्द का माहौल बिगड़ रहा है।
गांवों में शासकीय चरनोई या पड़त भूमि पर अतिक्रमण की सूचना देने की जवाबदारी पटवारी की होती है।
पटवारी द्वाराअतिक्रमण के विरुद्ध अतिक्रमण की रिपोर्ट नही करने पर गांव खतरतुखेड़ी के ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय सीतामऊ पहुचकर तहसीलदार महोदय को एक ज्ञापन देकर अतिक्रमण की जानकारी दी गई ग्रामीणों ने कस्बा पटवारी पर अतिक्रमणकारियो से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त अतिक्रमण की भूमि सर्वे क्रमांक 142 लगभग 400 बीघा से अधिक चरनोई भूमि है जिस पर ग्रामीण पशु करने के लिए उपयोग करते आये है यह भूमि राजस्व विभाग की भूमि है इस भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है जिसके पशुपालको को पशु चराने के लिए जगह उवलब्ध नही होने के कारण पशुओं को लावारिस छोड़ रहे।लावारिस पशु किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे है। तत्काल चरनोई की भूमि काआतिक्रमन हटाया जाए एवं दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए इस मौके पर खतरुखेड़ी सरपंच रामसिंह,बलराम पाटीदार,राधेश्याम,रामलाल,रमेश बैरागी ,नन्दलाल,भगीरथ,कन्हैयालाल,रामप्रसाद,राहुल,गोपाल,वरदीचंद,रामप्रसाद,शिवदास,गिविंद,कंवरलाल,भारत,कचरूलाल,रामचन्द्र,वरदीचंद,बगदीराम बड़ी संख्या में ग्रामीण अवस्थित थे।