मन्दसौर में जब भी कोई बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होता है, उसकी आड़ में एक बड़ा घटनाक्रम होता है... चाहे प्रहलाद बंधवार हत्याकांड हो, चाहे अनिल सोनी, या फिर आज ही के दिन नागदा जिले में घटित हुआ घटनाक्रम।। क्राइम रिपोर्टर
इस घटनाक्रम को मन्दसौर जिले के प्रशासनिक फेरबदल से जोड़कर भी देखा जा सकता है.. जिसमे देवलजी जिला राजस्थान के 3 इनामी बदमाश को नागदा पुलिस व राजस्थान पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में पकड़ाए जाने की बात आ रही है। फिलहाल नागदा SP ने मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया है.. किन्तु जब पूछा गया कि यह अपराधी मन्दसौर के अनिल सोनी हत्याकांड से जुड़ा हुआ है.. तो मनोज सिंह ने हाँ और ना दोनों में ही जवाब देने से इनकार कर दिया। SP मनोज सिंह की चुप्पी बहुत कुछ कहती जी.. लेकिन यदि हमारी आशंका सही है, तो इसमे उससे बड़ी कहानी है। आखिर यह घटनाक्रम जिस सफाई के साथ हुआ, अंदेशा यह जी की पहले सरकार, और फिर मन्दसौर SP के बदलने का इंतज़ार हुआ.. जैसी ही दोनों घटनाएं घाटी, एक संयुक्त कार्यवाही में नागदा व राजस्थान पुलिस ने उक्त शातिर अपराधी को धर-दबोचा। देखना यह होगा कि अपराधी को कौन रखेगा.. नागदा पुलिस, या जिसका अंदेशा है 'राजस्थान पुलिस'..
बहरहाल हो भी हो, मन्दसौर पुलिस के हाथ बड़ी असफलता लगी है।