मप्र मंन्दसौर जिले में भोले भाले किसानों को बैंकों के बाहर अपनी कड़ी कमाई की मेहनत के रुपये लेने के लिए बैंकों के बाहर घन्टो ििइंतजर करना पड़ता है जहाँ पर भूखे प्यासे सुबह से इंतजार कर रहे पहले ही विगत कुछ वर्षों से कुदरत की मार अलग झेल रहे है उसके बाद भी सरकार कोई उचित व्यवस्था नही कर रहीं है बे वजह किसान धरती पुत्र परेशान हो रहे है जिनकी कोई सुनने वाला नही राजनीतिक पार्टियां सिर्फ चुनाव के समय किसानों को अन्न देवता कह कर सीधे सादे किसानों को बरगला लेते है इनसे वोट ले लेते है उसके बाद 5वर्ष तक किसानों की नही सुनी जाती है किसान धरती पुत्र अपनी फसल लेकर सोसायटियो में जाता है वही से इनके साथ लूटपाट धक्के देने सुरु हो जाते है सोसायटियो में उपज बेचने के व्यक्त भी रसूकदार लोगो का नबंर पहले लेलिया जाता है किसान अपना ट्रेक्टर जो उपज से गेहू भर तीन दिन तक
इंतजार करता रहता है लेकिन वह के अधिकारियों का दिल नही पसितता की इस चील मिलाती धुप में केसे अपनी उपज लेकर रोड़ पर खड़ा होकर इन तजार कर रहा है कोई भी धरती पुत्र से पानी की तक नही बात करता दूर दूर तक पीने के पानी की व्यवस्था भी नही । जिला सहकारी बैंक डिगाव के बाहर की छायाचित्र ------फ़ोटू को देखकर भी अनुमान लगा सकते है कि किसान कितना परेशान है सर पर हाथ रखकर भूखा प्यासा बैंक के बाहर बेठा ।